अनोखा झारखण्ड anokha jharkhand की राजधानी रांची में आपका स्वागत है ,आज हम आपको प्रचीन जगन्नाथ मंदिर jagannath mandir के बारे में बताएँगे झारखण्ड में स्थित है | यह मंदिर झारखण्ड राज्य के राजधानी रांची शहर के धुर्वा में स्थित है इस मंदिर को दक्षिण भारत के प्रमुख भगवान जगन्नाथ जी को समर्पित है | इसका निर्माण 1691 में नागवंशी द्वारा किया गया था | जिसे राजा ठाकुर एनी नाथ शाहदेव ने किया था ,यह मंदिर पूरी के जगन्नाथ मंदिर के द्वारा बनाया गया है | मंदिर का निर्माण एक छोटी पहाड़ी के ऊंचाई पर किया गया है | ,जो लगभग 85 -90 मीटर ऊँची है और रांची से 9.5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है |
राँची जगन्नाथ मंदिर का इतिहास
Jagannath Temple History in Hindi
झारखण्ड की पहचान प्राकृतिक संसाधनों तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह पूरे रामगढ़ ,देवघर तथा पूरे देश में फैली हुई है यह एक पहचान है | भगवान के दरबार दर्शन करने जाते ही है उसी में से एक राँची का जगन्नाथ मंदिर है इस मंदिर का निर्माण नागवंशी राजा ठाकुर एनी नाथ शाहदेव ने करीब 327 साल पूर्व 1691 में शुरू हुआ | इसकी खास बात यह है की मंदिर का निर्माण सम्पूर्ण रूप से यह संगमरमर के पत्थर से बनाया गया है| इस मंदिर की नीव वैषणववाद और संस्थापक चैतन्य महाप्रभु ने रखी थी ऐसा कहा जाता है की 17 शताब्दी के आस -पास हिन्दू जाति के लोग अपने धर्म को छोड़ रहे थे जिसे देख गुरुओ को बहुत दुख हुआ और वे बड़ी सोच में पड़ गए और उनके मन में एक उपाय आया और वे हिन्दू धर्म को कायम रखने के लिए तथा उसकी पहचान बनाने के लिए उन्होंने जगन्नाथ मंदिर बनाया | jagannath mandir kisne banwaya
ऐसी ही अन्य कई जगन्नाथ मंदिर प्राचीन मंदिरो का निर्माण करना शुरू कर दिया था उसी प्रकार कई जगहों पर जगन्नाथ मंदिर बनाया गया | रांची में जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किया और हिन्दू धर्म की आस्था एवं विश्वास को पुर्नजीवित करने के लिए किया गया|था | 1990 ईस्वी में इस मंदिर का कुछ भाग टूट गया था ,उसके बाद कुछ समय बाद सरकार द्वारा मंदिर को फिर से बनाया गया जिसे मंदिर की रौनकता और विषेशता और बढ़ गयी जिस कारन से जगन्नाथ मंदिर अपनी ओर आकर्षित करने लगा |
रांची जगन्नाथ मंदिर की पूजा अर्चना
रांची की जगन्नाथ मंदिर की पूजा अर्चना अन्य हिन्दू मंदिरो से अलग होती है ,यह इसकी पहचान है यहाँ के पुजारियों को मंडित न कह के पांडा के नाम से जाना जाता है पुजा की शुरुवात वे भगवान जगन्नाथ जी को फूल और भोग चढ़ाने से होती है देवताओ को दोपहर का भोजन दिया जाता है जिसे भोग के नाम से जाना जाता है | यह एक परम्परा है जिसे पूरा किया जाता है, यहाँ पूजा अर्चना काफी हरसो उल्हास से किया जाता है | जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए आप शुबह 5 :00 बजे से तोपहर 12 :00 तक पूजा कर सकते है और यह 3 घंटे के लिए बंद रहता है | उसके बाद शाम को 3 :00 बजे 7 :00 तक खुला रहता है | jagannath mandir ranchi timing
जगन्नथा मंदिर में काफी लोगो का आना जाना लगा रहता है ,तथा यहा रथ यात्रा के समय काफी भीड़ होती है जो मेले के समान लगती है | जगन्नाथ मंदिर में आषाढ़ महीने में एक वार्षिक मेले के साथ आयोजन किया जाता है यह साल में एक बार ही लगता है जो आषाढ महीने में लगता है | इस आयोजन को परम्परा के तहत रखने के लिए किया जाता है ,जिसमे रांची के कस्बो और गांवो के सभी लोग देखने के लिए आते है |
मंदिर चढ़ने का रास्ता
रांची में स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर एक पहाड़ी के चोटी पर बनाया गया है ,जिसमे मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको दो तरह के रास्ते मिलेंगे जिसमे सीढ़ियों तथा वाहन के रास्ते जा सकते है | मंदिर में पिने का पानी की भी सुविधा उपलब्ध है मंदिर के बहार एक बिशाल पेड़ है जो लोगो को छाया प्रदान करती है देखने में सुन्दर लगता है जिसके कारन मंदिर की सुंदरता बढ़ जाती है | मंदिर पहुंचने के बाद ऊपर के चोटी से पुरे रांची शहर का नजारा दिखाई देता है जिसमे आप देखने को पहाड़ी मंदिर pahadi mandir ,jsca इंटरनेशनल स्टेडियम ,विधान सभा और कई फैक्ट्रियां भी देखने को मिलता है इसके साथ पुरे रांची का मनोरम दृश्य को देख सकते है |
जगन्नाथ मंदिर में मेला
रांची जगन्नाथ मंदिरjagannath mandir ranchi में आषाढ़ के महीने में पूजा के समय मेले का आयोजन किया जाता है ,यह मेला 9 दिनों तक लगया जाता है जिसमे हजारो की संख्या में लोग अलग -अलग कईजगहों से मेला देखने आते है | इस मेले में रथ का आयोजन किया जाता है जिसमे रथ को रस्सी से खींचा जाता है जिसमे पंडित तथा मुख्य लोग भी शामिल होते है
रथ में भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र बहन सुभद्रा की रथ यात्रा निकाली जाती है जिसे वे एक जगह से दूसरे स्थान ले जाया जाता है | मेले में होने वाले आयोजन का लुप्त सभी लोग उठाते है इस मेले में अलग -अलग तरह के मिठाया बच्चो के लिए झूले ,तथा घरेलू समान भी मिलते है साथ ही खाने के लिए पिने के लिए स्टॉल भी लगाए जाते है | वाहन के लिए पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होती है यह मेला 9 दिनों तक भीड़ -भाड़ से भरा होता है जिसमे लोग भगवान जगन्नाथ मंदिर का दर्शन के साथ ही रथ यात्रा का भी सौभाग्य प्राप्त करते है और मेले का आनंद लेते है |
जाने का मार्ग :-
jagannath mandir ranchi direction
1. रांची से जगन्नाथ मंदिर की दुरी 9.5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है |
2. रांची रेलवे स्टेशन से जगन्नाथ मंदिर 10 किलोमीटर पर है |
3. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से जगन्नाथ मंदिर 6 किलोमीटर पर है |
4. खाद गड़ा बस स्टैंड से जगन्नाथ मंदिर की दुरी 11 किलोमीटर पर स्थित है |
1 Comments
Nice
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