पहाड़ी मंदिर Pahari Mandir, झारखण्ड की राजधानी रांची में स्थित हैं ,भगवान शिव का शिव लिंग को समर्पित हैं ,पहाड़ी मंदिर का पुराना नाम तिरिबुरु था | पहाड़ी मंदिर का इतिहास से लेकर अब तक की जानकारी बहुत ही दिलचस्प है | यह समुन्द्र तल से 2140 फीट पर हैं और जमीन से 350 फीट की ऊचाई पर स्थित हैं ,पहाड़ी मंदिर चढ़ने के लिए 468 सीढ़िया बनाई गयी है तथा चोटी के ऊपर से पूरे रांची का अद्भुद दृश्य दिखाई देता है तथा साम का सूर्यास्त का नजारा बहुत ही खुबसूरत दिखाय देता है जो झारखण्ड के उत्तरी -पूर्व दिशा में स्थित है | pahari mandir ranchi wikipedia
पहाड़ी मंदिर शिव भक्त और श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है भक्तों के लिए पहाड़ी मंदिर पर हमेशा भीड़ -भाड़ देखा जाता है ,खास कर शिवरात्री और सावन के महीने में भक्तो की बीड़ उमड़ पड़ती हे | कहा जाता है की पहाड़ी मंदिर के पहाड़ी पर आदिवासियों का भी आस्ता का केंद्र रहा है जो सरना भगवान के रूप में पूजा करते है जो प्रकृति के पूजक है | वहा आदिवासी प्राचीन काल से ही पूजा अर्चना करते है जो सरना के रूप मानते है उनका मुख्य पर्व सरहुल है ,और सरहुल में अधिक से अधिक संख्या में झंडा बदली और अपना आस्था को मनाने के लिए बारी से बारी संख्या में पहाड़ी मंदिर के लिए निकल पड़ते है | Pahari Baba Mandir Ranchi
Pahari mandir In Hindi
पहाड़ी मंदिर की कहानी बहुत ही दिलचस्प है यह आजादी से पहले अंग्रेजो के कब्जे में था ,उस वक्त आजादी में भाग लेने वाले सेनानियों को फांसी पर लटकाया जाता था ,और कई संघर्षो के बाद आजादी मिलने के बाद इस पहाड़ी मंदिर पर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर भारत का राष्ट्रिय ध्वज फहराया गता है | यह देश का पहला मंदिर है जहाँ तिरंगा झंडा फहराया गता है | पहाड़ी मंदिर पर पहला तिरंगा झंडा स्वतंत्रता सैनानी कृष्ण चंद्र दास ने फहराया था | उनोहोने यहाँ शहीद स्वतंत्रता सैनानियों की स्मृति और सम्मान में तिरंगा फहराया था, तभी से यहाँ पर हर साल स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर तिरंगा झंडा फहराय जाता है | पहाड़ी मंदिर में एक पत्थर है जिस पर 14 और 15 अगस्त 1947 की आधी रात को देश का आजादी का शंदेश लिखा हुआ है |
पहाड़ी मंदिर में स्वतंत्रता सैनानियों की स्मृति और सम्मान में पुरे देश का सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा फहराया जाता है ,जिसकी सुरुवात 23 जनवरी 2016 को नेता जी सुभास चंद्र बोस के 119 वीं जयंती पर सबसे ऊँचा और सबसे बड़ा राट्रीय ध्वज फहराया गया था | पूर्व रक्षा मंत्री श्री मनोहर परिकर ने रांची शहर के मध्य में स्थित पहाड़ी मंदिर पर 293 फीट ऊंचा फ्लैग फॉल पर उस समय देश का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया था | जमीन से यह तिरंगा 493 फीट ऊपर है ,30.17 मीटर लम्बा और 20.12 मीटर चौड़ा तिरंगा झंडा फहराया गया था | Pahari Mandir khula hai
जिस कारन से झारखण्ड की राजधानी रांची स्थित पहाड़ी मंदिर की विशेष्ता और बढ़ जाती है | पहाड़ी मंदिर घुसने से पहले पूजा का सामग्री के स्टॉल लगे रहते है और अंदर जाने पर चप्पल -जूते रखने की,स्वच्छ पानी पिने की सुबिधा उपलब्ध रहती है| दान-पेटी और फोटो खिचने के लिए फोटोग्राफर वाला मौजूद रहते है | पहाड़ी मंदिर के ऊपर और चारो ओर पेड़ो और झाड़ियों से घिरा हुआ है ,जिसे देखने में प्राकृतिक तथा धार्मिक का अद्धभुत अनुभव होता है | pahari mandir, ratu road ranchi
पहाड़ी मंदिर जाने का मार्ग :-
pahari mandir ranchi direction
1.कांके चौक से पहाड़ी मंदिर 7 किलोमीटर पर है |
2.खाद गड़ा बस स्टैंड से पहाड़ी मंदिर 4.5 किलोमीटर पर है |
3.रांची रेलवे स्टेशन से पहाड़ी मंदिर 4.9 किलोमीटर पर है |
4.बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से पहाड़ी मंदिर 8.9 किलोमीटर पर है |
5.आईटीआई बस स्टैंड से पहाड़ी मंदिर 3.7 किलोमीटर पर है |
2 Comments
Nice very nice
ReplyDeleteBahut achha
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