भगवान बिरसा जैविक उद्यान BHAGWAN BIRSA BIOLOGICAL PARK

 भगवान बिरसा जैविक उद्यान bhagwan birsa biological park ,ranchi अनोखा झारखण्ड में झारखण्ड की राजधानी रांची के ओरमांझी क्षेत्र में स्थित है ,जिसे रांची चिड़ियाघर या ओरमांझी चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है | उद्यान का स्थापना 1994 को हुआ था | चिड़ियाघर 104 हेक्टेयर में फैला हुआ है ,जिसे दो भागो में बटा गया है -जीवजंतु zoological section को 83 हेक्टेयर में समर्पित है और वनस्पति botanical section को 21 हेक्टेयर में फैला हुआ है | बिरसा जैविक उद्यान में 27 प्रजातियां पक्षियां ,39 स्तनधारी प्रजातियां ,और सांपो की 17 प्रजातियां है ,जो पार्क को आकर्षित करती है | रांची -रामगढ राजमार्ग पर स्थित है | Zoological Park in jharkhand


birsa jaivik udyan ranchi

. बिरसा जैविक उद्यान  में देखने को मिलेगा:-zoo in ranchi

भगवान बिरसा जैविक उद्यान के मुख्या द्वार से घुसते ही आपको रांची की भीड़ -भाड़ में जंगल की अनुभूति होने लगेगी | आगे चल कर उद्यान की सैर करने के लिए मैप का मानचित्र बना हुआ है | पुरे पार्क का भ्रमण करने के लिए रास्ते बनाये गए है ,रास्तो पर चलते हुए कुछ -कुछ अंतराल पर जीवजंतु देखने को मिलेगा जिसे आप अपने सावधानी पूर्वक देख सकते है | साँपो को देखने के लिए एक अलग से घर बनाया गया हे जिसमे सांपो 17 प्रजातियों को देख सकते है | एक मानवनिर्मित तालाब बनाया गया है जिस पर नौका बिहार कर सकते हे नाव का सवारी कर काफी मजेदार लगता है | पार्क में जगह -जगह बैठने के लिए स्थान बनाया गया है,वहां  आपको खाने -पिने की सुविधा उपलब्ध है | पिने के लिए स्वच्छ पानी और शौचालय की भी सुविधा उपलब्ध है | 

बिरसा जैविक उद्यान में 21 हेक्टेयर वनस्पति को समर्पित है जिस पर पार्क में रहने जीव -जानवरो के लिए घास और झाडिया तथा उनके खाने के अनुकूल वनस्पति उगते है | वैसे तो पुरे उद्यान में पेड़ -पौधो और झाड़ियों से गिरा हुआ है | फिर भी वहां नये पेड़ -पौधे ,झाड़ियाँ और सुन्दर -सुन्दर अलग -अलग रंग -बिरंगे फूल लगाए गए है ,जो पार्क की रौनकता को और बड़ा देती है | anokha jharkhand


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. जीवजन्तुओ के नाम और देखने का समय :-

Birsa Zoo Ranchi Timing

बिरसा जैविक उद्यान का मुख्य आकर्षण का कारन है वहां बेस उन जीवजन्तुओ की जो 83 हेक्टेयर में बसे है जिन में -हाथी elephant ,सांभर sambhar ,नील गाय blue bull ,कोटरा barking deer ,कृष्ण मृग black buck ,चीतल spotted deer ,साँप घर snake house दरियाई घोडा hippopotamus ,मगर corcodile ,घड़ियाल ghariyal ,बन्दर monkey ,लकड़ बग्घा hyaena ,सियार jackal ,लोमड़ी fox ,नौका विहार boating ,सिंह lion ,जंगली बिल्ली jungal cat ,तेन्दुआ बिल्ली leopard cat ,साहिल porcupine ,तेंदुआ leopard ,बाघ tiger ,शुतुर मुर्ग ostrich इन सभी को देखने के लिए लोगो और बच्चो में उत्सा और उमग भरी रहती है | इन सभी जीवों को देखने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह का रहता है ,लेकिन पार्क का खुलने का समय 9:00 बजे और  शाम को 4:30 तक खुला  रहता है | सुबह का समय इस लिए अच्छा होता है क्योकि सुबह के वक्त सभी जानवर भूखे रहते और खाने की तलाश में इधर -उधर मंडराते रहते है और तरह -तरह के आवाज निकलते है जिसे साफ -साफ सुन सकते है | वैसे भी उद्यान के सभी जानवरो को देखने के लिए काफी समय लग जाता है इस लिए सुबह का वक्त जाना सबसे अच्छा होता है | 

Zoological Park in jharkhand


. जीवजन्तुओ को संरक्षण की जरुरत है :-

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जीवजन्तुओ के संरक्षण के लिए अंतरास्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर कई योजनाए बनायीं गयी है  वन्यजीव अभ्यारण ग्रामीण और पंचायत वन ऐसे कई योजनाए है जो जीवजन्तुओ को संरक्षण करती है और  कई बड़े -बड़े हस्तियो ने भी  अपना योगदान दिया है | संरक्षण के उदेश्य से ही भगवान बिरसा जैविक उद्यान बनाया गया है देश में दिनों -दिन जीवजन्तुओ के प्रजातियां लुप्त हो रही है | जिस कारन से लुप्त  रहे जानवरो,लावारिस जानवर और घायल जानवरो को बिरसा जैविक उद्यान में लाया जाता है और उन संरक्षण और सुरक्षित रखा जाता है साथ ही उनका प्रजन्न प्रक्रिया भी कराया जाता है जिसे आने वाले भविष्य में उनके प्रजातियों का भविष्य सुरक्षित रह सके | उनके खाने -पिने और रहने के लिए उचित तरीके  से ख्याल रखा जाता  है, जानवरो की सेवा में वहाँ के करमचारी हमेशा तैयार रहते है | chidiyaghar ranchi

. बिरसा जैविक उद्यान को  बेहतर बनाना :-

ओरमांझी स्थित बिरसा जैविक उद्यान को और बेहतर बनाने के लिए  राज्य सरकार योजनए बनायीं जा रही है की किस प्रकार और बेहतर बनाया जाये जिसे  वहां बसे 1400 से  अधिक वन्यजीव-पक्षी और 83 प्रजातियां ,वनस्पति और जीवजन्तुओ को संरक्षित और सुरक्षित रख सके जिस कारन से बिरसा जैविक उद्यान का नाम पुरे देश में टॉप 10  गिना जाने लगे | 

. ओरमांझी चिड़ियाघर जाना पसंद क्यों करते है :-

चिड़ियाघर में जानवरो को सामने से देखना वहां घूमना ,नौका विहार का आनंद लेना और फोटो खिचवाना वहां सबसे अच्छा लगता है|  खास कर बच्चो को पार्क बहुत अच्छा लगता हे उन जानवरो को देखना घूमना और मस्ती करना | वैसे तो बड़े हो या बच्चे ,दोस्त हो या परिवार वाले सभी को बेहद पसंद आता हे बिरसा जैविक उद्यान जा कर | वहां घूमते वक्त कब समय बिट जाता है पता ही नहीं चलता है

birsa biological park direction

.बिरसा जैविक उद्यान जाने का मार्क :-

1. रांची से बिरसा जैविक उद्यान 21.4 किलोमीटर पर स्थित है | 

2. रांची रेलवे स्टेशन से उद्यान 20.8 किलोमीटर पर स्थित है | 

3. खाद गड़ा  स्टैंड से उद्यान 19.5 किलोमीटर पर  स्थित है | 

4. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से बिरसा जैविक उद्यान 26.8 किलोमीटर पर स्थित है

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